समष्टि अर्थशास्त्र - पारिभाषिक शब्दावली - Definipedia

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समष्टि अर्थशास्त्र - पारिभाषिक शब्दावली |Macro Economic- Terminology

डेफिनिपीडिया के दिए गए पोस्ट में आपको समष्टि अर्थशास्त्र से सम्बंधित पारिभाषिक शब्दावली दिया गया है। इन पारिभाषिक शब्दावली में उनके साथ उसके अर्थ भी दिए गए है।

Samasti Arthashastra Paribhashik Shabdavali

Samasti Arthashastra Paribhashik Shabdavali

1.समष्टि अर्थशास्त्र (Macro Economic)-समष्टि अर्थशास्त्र आर्थिक विश्लेषण की शाखा है जो समस्त अर्थव्यवस्था या अर्थव्यवस्था से सम्बन्धित बड़े योगों व औसत का उनके व्यवहारों और पारस्परिक सम्बन्धों का अध्ययन करता है।

2.उपभोग वस्तुएँँ (Consumption Goods)- वे वस्तुएँँ जो मानवीय आवश्कताओं को प्रत्यक्ष रूप से संतुष्ट करती है एवं जिसका प्रयोग अन्य वस्तुओं के उत्पादन के लिए नहीं किया जाता है उपभोग वस्तुएँँ कहलाती है, जैसे- डबलरोटी, मक्खन, दूध आदि।

3.टिकाऊ वस्तुएँँ(Durable Goods)- ऐसी वस्तुएँँ जिनका प्रयोग कई वर्षों तक किया जाता है, जैसे- कार, टी.वी., कपड़े धोने की मशीन आदि।

4.अर्द्ध- टिकाऊ वस्तुएँँ(Semi- Durable Goods)- ऐसी वस्तुएँँ जिनका प्रयोग एक वर्ष या उससे कुछ अधिक समय के लिए किया जाता है, अर्द्ध- टिकाऊ वस्तुएँँ कहलाती है, जैसे- कपड़े, फर्नीचर आदि।

5.गैर- टिकाऊ वस्तुएँँ(Non- Durable Goods)- ऐसी वस्तुएँँ गैर- टिकाऊ वस्तुएँँ की श्रेणी में आती है जिनका प्रयोग केवल एक ही बार करने से वह समाप्त हो जाती है, जैसे- दूध, पेट्रोल, सब्जियाँ आदि।

6.पूँजीगत वस्तुएँँ (Capital Goods)- ऐसी वस्तुएँँ जिनका प्रयोग उत्पादन प्रक्रिया में कई वर्षो तक किया जाता है तथा जिनका मूल्य ऊँँचा होता है उसे पूँजीगत वस्तुएँँ कहते है, जैसे- प्लांट, मशीनरी, भवन आदि।

7.अंतिम वस्तुएँँ (Final Goods)- ऐसी वस्तुएँँ जिनका उत्पादन सीमा रेखा को पार कर जाता है उसे अंतिम वस्तुएँँ कहलाती है। यह वस्तुएँँ अंतिम प्रयोगकर्ता द्वारा प्रयोग के लिए तैयार किया जाता है।

8.अंतिम उपभोक्ता वस्तुएँँ (Final Consumer Goods)- वह वस्तुएँँ जो उपभोक्ताओं द्वारा मानवीय आवश्कताओं को संतुष्ट करने के लिए होती है, जैसे- टी.वी., डबलरोटी आदि।

9.अंतिम उत्पादक वस्तुएँँ (Final producer Goods)- वे वस्तुएँँ जिन्हें उद्योग द्वारा आगे और वस्तुओं के उत्पादन के लिए प्रयोग में लाया जाता है, अंतिम उत्पादक वस्तुएँँ कहलाती है, जैसे- मशीनें, बिल्डिंग आदि।

10.मध्यवर्ती वस्तुएँँ (Intermediate Goods)- ऐसी वस्तुएँँ जिनका उत्पादन सीमा रेखा के अंदर होती है तथा अंतिम प्रयोगकर्ता द्वारा प्रयोग के लिए तैयार नहीं होती है।

11.स्टाॅक (Stocks)- स्टाॅक का आशय समय के एक बिंदु पर एक चर के मूल्य से है, जैसे- सम्पत्ति, श्रम बल, पूँजी आदि।

12.प्रवाह (Flows)- प्रवाह का आशय समय अवधि के दौरान एक चर के मूल्य से है, जैसे- आय, मुद्रा का व्यय, पूँजी निर्माण आदि।

13.वास्तविक प्रवाह (Real Flows)- वास्तविक प्रवाह से अभिप्राय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में वस्तुओं तथा सेवाओं के प्रवाह से है। परिवार क्षेत्र से उत्पादन क्षेत्र की और कारक सेवाओं के प्रवाह अथवा उत्पादक क्षेत्र से परिवार क्षेत्र की ओर वस्तुओं एवं सेवाओं के प्रवाह को वास्तविक प्रवाह कहते है।

14.मौद्रिक प्रवाह (Monetary Flows)- मौद्रिक प्रवाह से अभिप्राय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के मध्य मुद्रा के प्रवाह से है। उत्पादक क्षेत्र से परिवार क्षेत्र की ओर कारक भुगतानों के प्रवाह तथा परिवार क्षेत्र से उत्पादक क्षेत्र की ओर मुद्रा प्रवाह होता है।

15.सकल निवेश (Gross Investment)- वर्ष के दौरान स्थिर सम्पतियों को खरीदने के साथ- साथ माल सूची स्टाॅक पर किया गया खर्च सकल निवेश कहते है।

16.बाजार कीमत (Market Price)- यह कीमत अति अल्पकालीन कीमत होता है , यह कीमत वास्तव में किसी समय विशेष में बाजार में प्रचलित होता है।