जन्तु ऊतक - पारिभाषिक शब्दावली - Definipedia

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 जन्तु ऊतक - पारिभाषिक शब्दावली |Animal Tissues - Terminology

डेफिनिपीडिया के दिए गए पोस्ट में आपको जन्तु ऊतक से सम्बंधित पारिभाषिक शब्दावली दिया गया है। इन पारिभाषिक शब्दावली में उनके साथ उसके अर्थ भी दिए गए है।

Jantu Utak Paribhashik Shabdavali


Jantu Utak Paribhashik Shabdavali

1.ऊतक (Tissue)-"लगभग एक ही परिमाण तथा आकर की कोशिकाओं का समूह जो उत्पत्ति, विकास, रचना, कार्य के विचार से एक समान हो, ऊतक कहलाते है।"

2.अंग (Organ)-"एक या एक से अधिक ऊतकों से बने शरीर के उस भाग को जो एक या कई विशिष्ट कार्य करता हैं, अंग कहते हैं।"

3.ऊतक संगठन (Tissue Organization)-"जीव शरीर का यह संगठन जो की कई विशिष्ट कार्य करने वाले ऊतकों का बना होता है, ऊतक संगठन कहलाता है।"

4.अंग तंत्र (Organ System)-"विशिष्ट कार्य करने वाले अंगों के समूह को अंग तंत्र कहते हैं।"

5.शरीर (Body)-"अंग तंत्र मिलकर शरीर का निर्माण करता हैं।"

6.पाचन तंत्र (Digestive System)-भोजन का पाचन तथा अवशोषण का कार्य करता है, पाचन तंत्र कहलाता है।

7.श्वसन तंत्र (Respiratory System)-गैसों के विनियम तथा ग्रहण का कार्य करता है, श्वसन तंत्र कहलाता है।

8.परिसंचण तंत्र (Circulatory System)-शरीर के अन्दर संवहन का कार्य करती है, परिसंचरण तंत्र कहलाता है।

9.उत्सर्जन तंत्र (Excretory System)-उत्सर्जन तंत्र उत्सर्जी पदार्थ को शरीर के बाहर निकलता है।

10.कंकाल तंत्र (Skeletal System)-कंकाल तंत्र शरीर को आधार प्रदान करता है, कोमल अंगों की रक्षा करता है तथा पेशियों को जोड़ने के लिए स्थान देता है।

11.तंत्रिका तंत्र (Nervous System)-तंत्रिका तंत्र सोचने समझाने याद रखने तथा संवेदनाओं को ग्रहण करने का कार्य करता है। मस्तिष्क, मेरुरज्जु तथा इनसे निकलने वाली तंत्रिकाएँ मिलकर तंत्रिका तंत्र का निर्माण करती है।

12.अन्तःस्त्रावी तंत्र (Endocrine System)-शरीर की वृद्धि तथा विकास के अलावा जैविक क्रियाओं का नियंत्रण करता है अन्तःस्त्रावी तंत्र कहलाता है।

13.अध्यावारणी तंत्र (Integumentary System)-यह तंत्र शरीर को वातावरण से सुरक्षा प्रदान करता है। त्वचा और इससे सम्बंधित रचनाएँ अध्यावारणी तंत्र का निर्माण करती है।

14.उपकला ऊतक (Epithelial Tissue)-ऐसा ऊतक जो की विभिन्न प्रकार के आंतरिक अंगों एवं शरीर की स्वतंत्र या बहरी सतहों पर पाया जाता है, उसे उपकला ऊतक कहते है।

15.सरल उपकला ऊतक(Simple Epithelial Tissue)-सरल उपकला ऊतक कोशिकाओं की केवल एक ही स्तर का बना होता है।

16.संयुक्त उपकला ऊतक (compound Epithelial Tissue)-संयुक्त उपकला ऊतक कोशिका के कई स्तरों व्यवस्थित होती हैं।

17.विशेषीकृत उपकला ऊतक (Specialized Epithelial Tissue)-कुछ उपकला ऊतक कुछ विशिष्ट कार्यों को करने के लिए रूपांतरित होती हैं, विशेषीकृत उपकला ऊतक कहते हैं।

18.संयोजी ऊतक (Connective Tissue)-संयोजी ऊतक वह ऊतक है, जो शरीर ऊतकों के सभी तथा अंगों को जड़ने का कार्य करती है, इसी कारण यह ऊतक अन्य ऊतकों के अनुपात में शरीर के अन्दर बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है।

19.वास्तविक संयोजी ऊतक (Proper Connectiv Tissue)-इस ऊतक में आधात्री बहुत अधिक मात्रा में जेली या अर्द्ध-तरल रूप में पाई जाती है, उसे वास्तविक संयोजी ऊतक है।

20.तंतुमय संयोजी ऊतक (Fibrous Connective Tissue)-इस ऊतक में आधात्री बहुत कम मात्रा में पाई जाती  है, लेकिन रेशे अधिक मात्रा में पाई जाती है।

21.कंकाली संयोजी ऊतक (Skeletal Connective Tissue)-कशेरुकी जंतुओं के शरीर की आकृति तथा आकर स्थिर बनाये रखने के लिए इनके शरीर में एक मजबूत ढांचा पाया जाया है, जिसे कंकाल कहते हैं। यह एक रूपांतरित संयोजी ऊतक का बना होता है, जिसे कंकाली या अवलम्बन ऊतक कहते हैं।

22.संवहनीय संयोजी ऊतक (Vascular Connective Tissue)-रूपांतरित संयोजी ऊतक एक प्रकार का संवहनीय संयोजी ऊतक है, जिसमें मैट्रिक्स तरल होता है, जिसे प्लाज्मा कहते है।